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उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं 2025: बम बम बोल रहा योगी सरकार का हेल्थ मॉडल

उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं का 2025 में सिंहावलोकन

योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रयासों पर विस्तृत रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में व्यापक और संरचनात्मक सुधार किए हैं। वर्ष 2025 तक राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि दूर-दराज़ के ग्रामीण इलाकों तक सुलभ, किफायती और तकनीक-सक्षम बन चुकी है।

इसी दिशा में हाल ही में लखनऊ में Viksit UP @2047 पहल के तहत Health & Medical Education Roadmap पर एक ऐतिहासिक Stakeholder Consultation का आयोजन किया गया, जिसमें 700 से अधिक विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

Viksit UP @2047: भविष्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की नींव

उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के Viksit Bharat 2047 के विज़न को साकार करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।

उन्होंने बताया कि राज्य में:

  • 25,000+ आयुष्मान आरोग्य मंदिर

  • 3,500 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

  • 200 से ज्यादा सुपर-स्पेशियलिटी व जिला अस्पताल

  • 81 मेडिकल कॉलेज
    स्थापित या उन्नत किए जा चुके हैं।

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार

सरकार का विशेष फोकस:

  • संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर

  • मातृ मृत्यु दर (MMR) और शिशु मृत्यु दर (IMR) घटाने पर

  • ग्रामीण महिलाओं को समय पर विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध कराने पर

प्रयागराज मंडल का उदाहरण

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत:

  • 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को First Referral Unit (FRU) बनाया गया

  • अप्रैल–अक्टूबर 2025 के बीच 1,569 सुरक्षित सिजेरियन डिलीवरी, जो पिछले वर्ष से 552 अधिक हैं

जिला-वार आंकड़े:

  • प्रयागराज: 689

  • प्रतापगढ़: 428

  • कौशांबी: 285

  • फतेहपुर: 167

यह दर्शाता है कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण मातृ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं।

टेलीमेडिसिन: e-Sanjeevani से डिजिटल स्वास्थ्य क्रांति

उत्तर प्रदेश में e-Sanjeevani टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुआ है।

प्रयागराज मंडल (अक्टूबर 2025):

  • कुल टेली-कंसल्टेशन: 56,423

  • प्रयागराज: 28,303

  • कौशांबी: 10,899

  • प्रतापगढ़: 10,660

  • फतेहपुर: 9,977

➡️ मंडल में:

  • 1,113 टेलीमेडिसिन सेंटर

  • 1,007 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर

इस सेवा से बुज़ुर्ग, दिव्यांग और दूर-दराज़ रहने वाले मरीजों को घर बैठे विशेषज्ञ सलाह मिल रही है, जिससे बड़े अस्पतालों पर दबाव भी कम हुआ है।

एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवाओं में मजबूती

गोरखपुर जिला इसका उत्कृष्ट उदाहरण है:

  • 108 सेवा: 46 एम्बुलेंस

  • 102 सेवा: 50 एम्बुलेंस

  • GPS आधारित निगरानी से रिस्पॉन्स टाइम में बड़ा सुधार

इससे दुर्घटनाओं, गर्भावस्था और आपात स्थितियों में जीवन रक्षक सेवाएं समय पर मिल रही हैं।

https://x.com/AyushmanNHA/status/1998648901692465408?s=20

स्वास्थ्य और आर्थिक विकास का सीधा संबंध

राज्य मंत्री मयंकश्वर शरण सिंह ने कहा:

“स्वस्थ जनसंख्या ही आर्थिक प्रगति की आधारशिला है। विकसित उत्तर प्रदेश के निर्माण में स्वास्थ्य क्षेत्र की भूमिका निर्णायक होगी।”

सरकार अब विशेषज्ञ सुझावों के आधार पर:

  • Viksit UP @2047 – Health Vision Document

  • 2030, 2036 और 2047 के लिए
    Short, Medium और Long-Term Roadmap तैयार कर रही है।

2025 तक उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं:

  • अधिक जन-केंद्रित

  • तकनीक-सक्षम

  • जवाबदेह और समावेशी
    बन चुकी हैं।

योगी सरकार के प्रयासों से राज्य एक ऐसे स्वास्थ्य मॉडल की ओर बढ़ रहा है, जो आने वाले दशकों में पूरे देश के लिए रोल मॉडल बन सकता है।

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Tesari Aankh
Author: Tesari Aankh

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