वेब स्टोरी

ई-पेपर

लॉग इन करें

UPSC Essay: वर्तमान समय में कृत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence) की उपयोगिता

वर्तमान युग को यदि “डिजिटल युग” कहा जाए तो इसमें कृत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence – AI) को उसकी रीढ़ कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। मानव सभ्यता ने पत्थर युग से लेकर औद्योगिक क्रांति और फिर सूचना क्रांति तक लंबा सफर तय किया है। अब हम चौथी औद्योगिक क्रांति (Fourth Industrial Revolution) के दौर में प्रवेश कर चुके हैं, जहाँ कृत्रिम बुद्धि, मशीन लर्निंग, बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और रोबोटिक्स जैसी तकनीकें समाज, अर्थव्यवस्था और शासन प्रणाली को गहराई से प्रभावित कर रही हैं।

कृत्रिम बुद्धि का तात्पर्य ऐसी मशीनों या कंप्यूटर प्रणालियों से है, जो मानव बुद्धि की तरह सोचने, सीखने, निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने में सक्षम हों। सरल शब्दों में कहा जाए तो AI मशीनों को “सोचने की क्षमता” प्रदान करता है।

1. स्वास्थ्य क्षेत्र में AI की भूमिका

स्वास्थ्य सेवाओं में AI ने क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं। आज AI आधारित सिस्टम बीमारियों की पहचान, उपचार और प्रबंधन में डॉक्टरों की सहायता कर रहे हैं।

  • रोगों की शीघ्र पहचान: कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों का प्रारंभिक चरण में पता लगाने में AI एल्गोरिद्म अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।

  • मेडिकल इमेजिंग: एक्स-रे, CT स्कैन और MRI रिपोर्ट्स का विश्लेषण AI द्वारा अधिक सटीकता से किया जा रहा है।

  • टेलीमेडिसिन और वर्चुअल हेल्थ असिस्टेंट: दूरदराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध कराने में AI सहायक बन रहा है।

इस प्रकार AI स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ, सस्ती और प्रभावी बना रहा है।

2. शिक्षा के क्षेत्र में AI की उपयोगिता

शिक्षा क्षेत्र में AI ने पारंपरिक शिक्षण पद्धतियों को बदल दिया है।

  • पर्सनलाइज्ड लर्निंग: AI छात्रों की क्षमता, रुचि और सीखने की गति के अनुसार पाठ्य सामग्री प्रदान करता है।

  • ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म: AI आधारित प्लेटफॉर्म छात्रों की प्रगति का विश्लेषण कर उन्हें उपयुक्त सुझाव देते हैं।

  • स्वचालित मूल्यांकन: उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच और परीक्षा परिणामों का विश्लेषण AI द्वारा तेज़ी से किया जा रहा है।

AI शिक्षा को अधिक समावेशी और गुणवत्तापूर्ण बनाने में सहायक है।

3. कृषि क्षेत्र में AI का योगदान

भारत जैसे कृषि प्रधान देश में AI की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।

  • फसल पूर्वानुमान: मौसम, मिट्टी की गुणवत्ता और जल उपलब्धता के आधार पर AI फसल उत्पादन का पूर्वानुमान करता है।

  • स्मार्ट सिंचाई: AI आधारित सिस्टम जल की बचत करते हुए उचित समय पर सिंचाई सुनिश्चित करते हैं।

  • कीट एवं रोग नियंत्रण: फसलों में रोग या कीट लगने की पहचान AI द्वारा पहले ही कर ली जाती है।

इससे किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को सतत बनाने में मदद मिलती है।

https://x.com/VajiramRavi/status/2000151309215780974?s=20

4. उद्योग और व्यापार में AI

AI ने उद्योग और व्यापार के स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया है।

  • ऑटोमेशन: फैक्ट्रियों में रोबोट और AI आधारित मशीनें उत्पादन की गति और गुणवत्ता दोनों को बढ़ा रही हैं।

  • डेटा विश्लेषण: उपभोक्ताओं की पसंद-नापसंद का विश्लेषण कर कंपनियाँ बेहतर निर्णय ले पा रही हैं।

  • कस्टमर सपोर्ट: चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट 24×7 ग्राहक सेवा प्रदान कर रहे हैं।

AI व्यापार को अधिक प्रतिस्पर्धी और कुशल बना रहा है।

5. शासन और सार्वजनिक सेवाओं में AI

सरकारें भी AI का उपयोग शासन को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए कर रही हैं।

  • ई-गवर्नेंस: सरकारी सेवाओं को डिजिटल और स्मार्ट बनाया जा रहा है।

  • नीति निर्माण में सहायता: बड़े डेटा का विश्लेषण कर बेहतर नीतियाँ बनाई जा रही हैं।

  • सुरक्षा और निगरानी: अपराध रोकथाम, ट्रैफिक प्रबंधन और आपदा प्रबंधन में AI सहायक सिद्ध हो रहा है।

6. वित्तीय क्षेत्र में AI

बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में AI का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है।

  • फ्रॉड डिटेक्शन: धोखाधड़ी की पहचान AI द्वारा तुरंत की जा सकती है।

  • डिजिटल पेमेंट: AI आधारित सिस्टम लेन-देन को सुरक्षित बनाते हैं।

  • निवेश सलाह: रोबो-एडवाइज़र निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करते हैं।

7. परिवहन और स्मार्ट सिटी में AI

AI स्मार्ट सिटी और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की आधारशिला है।

  • स्वचालित वाहन (Self-driving cars)

  • ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

  • ऊर्जा दक्षता और संसाधन प्रबंधन

ये सभी AI के अनुप्रयोग हैं।

8. AI से जुड़ी चुनौतियाँ

जहाँ AI अनेक अवसर प्रदान करता है, वहीं कुछ गंभीर चुनौतियाँ भी सामने आती हैं—

  • रोजगार पर प्रभाव

  • डेटा गोपनीयता और साइबर सुरक्षा

  • नैतिक और कानूनी प्रश्न

  • डिजिटल डिवाइड

इन चुनौतियों का समाधान संतुलित नीतियों और नैतिक AI के विकास से ही संभव है।

https://tesariaankh.com/upsc-topper-essay-green-future-or-no-future/

कृत्रिम बुद्धि आज मानव जीवन के हर क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी है। यह न केवल विकास को गति दे रही है, बल्कि समस्याओं के समाधान में भी सहायक बन रही है। आवश्यकता इस बात की है कि AI का उपयोग मानव कल्याण, समावेशी विकास और सतत भविष्य के लिए किया जाए। यदि AI को सही दिशा, नीति और नैतिकता के साथ अपनाया जाए, तो यह मानव सभ्यता के लिए वरदान सिद्ध हो सकती है।

Tesari Aankh
Author: Tesari Aankh

Leave a Comment

और पढ़ें
और पढ़ें