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क्रिसमस का त्योहार

क्रिसमस (Christmas) दुनिया के सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह पर्व न केवल ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ है, बल्कि आज यह पूरी दुनिया में प्रेम, शांति, भाईचारे और खुशियों के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। हर साल दिसंबर का महीना आते ही बाजारों, घरों, चर्चों और सार्वजनिक स्थानों पर रौनक बढ़ जाती है। रंग-बिरंगी रोशनी, सजावट, गीत-संगीत और मिठाइयों के साथ क्रिसमस लोगों के जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता भर देता है।

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 क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह (Jesus Christ) के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ईसा मसीह का जन्म मानवता को सत्य, प्रेम, करुणा और क्षमा का मार्ग दिखाने के लिए हुआ था। बाइबिल में वर्णित कथाओं के अनुसार, उनका जन्म बेथलहम में एक साधारण गोशाला में हुआ था। यह घटना सिखाती है कि महानता सादगी में भी हो सकती है।

क्रिसमस का संदेश केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और नैतिक मूल्यों को भी मजबूत करता है। यह पर्व हमें दूसरों की मदद करने, गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति संवेदनशील होने और समाज में शांति बनाए रखने की प्रेरणा देता है।

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 क्रिसमस कब मनाया जाता है?

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में माना जाता है। क्रिसमस से एक दिन पहले यानी 24 दिसंबर की रात को क्रिसमस ईव कहा जाता है, जब चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएँ और आधी रात की पूजा आयोजित की जाती हैं।

कुछ देशों और ईसाई समुदायों में, जो जूलियन कैलेंडर का पालन करते हैं, क्रिसमस 7 जनवरी को मनाया जाता है। हालांकि तारीख अलग हो सकती है, लेकिन त्योहार का उद्देश्य और भावना एक जैसी रहती है।


 क्रिसमस कहाँ और किन देशों में सबसे अधिक मनाया जाता है?

क्रिसमस आज लगभग पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह यूरोप, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया तक फैला हुआ है।

अमेरिका में क्रिसमस एक राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता है। घरों और सड़कों की सजावट, क्रिसमस ट्री, उपहार और पारिवारिक भोजन इस उत्सव की पहचान हैं।
यूनाइटेड किंगडम में क्रिसमस का पारंपरिक और सांस्कृतिक महत्व है। यहाँ चर्च प्रार्थनाएँ, क्रिसमस कैरोल और पारिवारिक डिनर खास होते हैं।
जर्मनी अपने क्रिसमस मार्केट्स के लिए जाना जाता है, जहाँ पारंपरिक व्यंजन और हस्तशिल्प आकर्षण का केंद्र होते हैं।
फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे यूरोपीय देशों में क्रिसमस धार्मिक और पारिवारिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
फिलीपींस में क्रिसमस सबसे लंबे समय तक चलने वाला त्योहार माना जाता है, जहाँ इसकी तैयारियाँ सितंबर से शुरू हो जाती हैं।


भारत में क्रिसमस कैसे मनाया जाता है?

भारत एक बहुधार्मिक और बहुसांस्कृतिक देश है, जहाँ क्रिसमस को सभी समुदायों द्वारा मिल-जुलकर मनाया जाता है। भारत में यह त्योहार विशेष रूप से केरल, गोवा, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और पूर्वोत्तर राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

क्रिसमस के अवसर पर चर्चों को सुंदर रोशनी और फूलों से सजाया जाता है। लोग नए कपड़े पहनकर प्रार्थना सभाओं में शामिल होते हैं। घरों में क्रिसमस ट्री सजाने और तारे (स्टार) लगाने की परंपरा है। बच्चों के बीच सांता क्लॉज़ का विशेष आकर्षण रहता है, जो उपहार और खुशियाँ बांटने का प्रतीक माना जाता है।

भारत में क्रिसमस की सबसे खास बात यह है कि यह केवल ईसाई समुदाय तक सीमित नहीं रहता। हिंदू, मुस्लिम, सिख और अन्य धर्मों के लोग भी एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं और त्योहार की खुशियों में शामिल होते हैं।


 क्रिसमस से जुड़ी परंपराएँ

क्रिसमस के दौरान कई परंपराएँ निभाई जाती हैं। उपहारों का आदान-प्रदान प्रेम और अपनापन दर्शाता है। क्रिसमस कैरोल गाना, यानी धार्मिक और सांस्कृतिक गीत गाना, त्योहार की आत्मा को जीवंत करता है। कई जगहों पर ईसा मसीह के जन्म से जुड़ा नाटक भी प्रस्तुत किया जाता है, जिसे नैटिविटी प्ले कहा जाता है।


 क्रिसमस पर कौन-सी मिठाइयाँ और व्यंजन खाए जाते हैं?

क्रिसमस का त्योहार स्वादिष्ट मिठाइयों और व्यंजनों के बिना अधूरा माना जाता है।

क्रिसमस केक इस पर्व की सबसे प्रसिद्ध मिठाई है, जिसे ड्राई फ्रूट्स, नट्स और मसालों से तैयार किया जाता है।
प्लम केक खासतौर पर भारत के केरल और गोवा में बेहद लोकप्रिय है।
कुकीज़, बिस्कुट और पेस्ट्री बच्चों और युवाओं में खास पसंद की जाती हैं।
कुछ जगहों पर डोनट्स और चॉकलेट्स भी बनाए जाते हैं।

भारत में स्थानीय स्वाद को ध्यान में रखते हुए लोग गुजिया, खीर, रसगुल्ला, बर्फी और लड्डू जैसी पारंपरिक मिठाइयाँ भी बनाते हैं, जिससे क्रिसमस भारतीय संस्कृति से जुड़ जाता है।


 क्रिसमस का सामाजिक और नैतिक संदेश

क्रिसमस केवल जश्न मनाने का अवसर नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों की याद दिलाता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि प्रेम और करुणा से समाज को बेहतर बनाया जा सकता है। इस दिन कई लोग गरीबों को भोजन, कपड़े और उपहार देकर सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हैं।


 निष्कर्ष

क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जो धर्म, संस्कृति और सीमाओं से परे जाकर मानवता को जोड़ता है। यह हमें आशा, प्रेम और शांति का संदेश देता है। भारत सहित पूरी दुनिया में क्रिसमस यह साबित करता है कि जब लोग मिलकर खुशियाँ बांटते हैं, तो त्योहार का असली अर्थ जीवंत हो उठता है।

Tesari Aankh
Author: Tesari Aankh

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