कौन हैं अंकुर राज तिवारी? आइए जानते हैं पूरी राजनीतिक यात्रा
अंकुर राज तिवारी कौन हैं, खलीलाबाद विधायक जैसे सवाल हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी चर्चित रहे हैं। कम उम्र में राजनीति में सक्रिय होकर विधानसभा तक का सफर तय करने वाले अंकुर राज तिवारी आज संत कबीर नगर जिले की खलीलाबाद विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक हैं। यह लेख उनके जीवन, राजनीतिक सफर, चुनावी जीत और जनप्रतिनिधि के रूप में उनकी भूमिका को विस्तार से प्रस्तुत करता है।
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प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
अंकुर राज तिवारी का जन्म 23 सितंबर 1991 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में हुआ, जो उस समय बस्ती जनपद का हिस्सा था। वह एक ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता का नाम उदय राज तिवारी है। पारिवारिक संस्कार, सामाजिक सरोकार और क्षेत्र की समस्याओं से बचपन से ही परिचय ने उनके व्यक्तित्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ग्रामीण और अर्ध-शहरी परिवेश में पले-बढ़े अंकुर राज तिवारी ने समाज के निचले तबके, किसानों, युवाओं और छोटे व्यापारियों की चुनौतियों को नजदीक से देखा। यही अनुभव आगे चलकर उनके राजनीतिक दृष्टिकोण की बुनियाद बने।
शिक्षा और युवावस्था का प्रभाव
हालांकि अंकुर राज तिवारी की औपचारिक शिक्षा को लेकर सार्वजनिक डोमेन में सीमित जानकारी उपलब्ध है, लेकिन यह स्पष्ट है कि युवावस्था में ही उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में रुचि लेना शुरू कर दिया था। छात्र जीवन से ही संगठनात्मक कामकाज, जनसंपर्क और स्थानीय मुद्दों पर सक्रियता उनके व्यक्तित्व का हिस्सा रही।
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राजनीति में प्रवेश: BJP से जुड़ाव
अक्टूबर 2021 अंकुर राज तिवारी के राजनीतिक जीवन का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इसी महीने उन्हें भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। यह सदस्यता उन्हें तत्कालीन BJP उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दिलाई। इसके साथ ही उन्होंने सक्रिय राजनीति में औपचारिक रूप से कदम रखा।
कम समय में पार्टी संगठन में उनकी सक्रियता, युवाओं से जुड़ाव और क्षेत्रीय मुद्दों की समझ ने उन्हें नेतृत्व की नजरों में ला दिया। यही कारण रहा कि पार्टी ने उन पर बड़ा भरोसा जताया।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और टिकट की घोषणा
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले BJP ने कई सीटों पर नए और युवा चेहरों को मौका दिया। इसी रणनीति के तहत खलीलाबाद विधानसभा सीट से अंकुर राज तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया।
यह फैसला राजनीतिक रूप से काफी अहम माना गया, क्योंकि खलीलाबाद सीट पर मुकाबला कड़ा था और विपक्ष की ओर से समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय नारायण चौबे मैदान में थे।
ऐतिहासिक जीत: खलीलाबाद विधानसभा सीट
चुनाव परिणामों ने BJP के फैसले को सही साबित किया।
11 मार्च 2022 को आए नतीजों में अंकुर राज तिवारी ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय नारायण चौबे को 12,622 वोटों से हराकर शानदार जीत दर्ज की।
यह जीत कई मायनों में महत्वपूर्ण रही:
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युवा नेतृत्व पर जनता का भरोसा
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BJP की संगठनात्मक मजबूती
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स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित चुनावी रणनीति
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नए चेहरे के प्रति मतदाताओं का उत्साह
विधायक के रूप में भूमिका और प्राथमिकताएं
विधानसभा पहुंचने के बाद अंकुर राज तिवारी ने खुद को एक सक्रिय और जमीनी विधायक के रूप में स्थापित करने की कोशिश की। उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल हैं:
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क्षेत्रीय विकास: सड़क, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे का विस्तार
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युवाओं के लिए अवसर: शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार
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किसानों की समस्याएं: सिंचाई, फसल मूल्य और सरकारी योजनाओं का लाभ
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सामाजिक संतुलन: सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की नीति
उनका फोकस यह रहा है कि सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।
युवा नेता के रूप में पहचान
अंकुर राज तिवारी को उत्तर प्रदेश के युवा विधायकों में गिना जाता है। कम उम्र में विधानसभा पहुंचना उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा बनाता है। सोशल मीडिया और जनसभाओं के माध्यम से वह युवाओं से सीधा संवाद करते हैं।
आज की राजनीति में जहां अनुभव के साथ-साथ ऊर्जा और नवाचार की जरूरत है, वहां अंकुर राज तिवारी जैसे नेता पार्टी की नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
राजनीतिक शैली और छवि
उनकी राजनीतिक शैली को लेकर आम धारणा यह है कि वह:
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सरल और सुलभ नेता हैं
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कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद रखते हैं
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संगठन और सरकार के बीच सेतु की भूमिका निभाते हैं
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क्षेत्रीय समस्याओं को विधानसभा तक पहुंचाने में सक्रिय रहते हैं
यही कारण है कि कम समय में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है।
भविष्य की राजनीतिक संभावनाएं
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अगर अंकुर राज तिवारी इसी तरह जमीनी स्तर पर काम करते रहे तो आने वाले वर्षों में वे उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा नाम बन सकते हैं। युवा नेतृत्व, संगठनात्मक समर्थन और क्षेत्रीय पकड़ उनके पक्ष में मजबूत कारक हैं।
अंकुर राज तिवारी का जीवन परिचय यह दर्शाता है कि आज की राजनीति में उम्र से ज्यादा महत्व दृष्टि, मेहनत और जनता से जुड़ाव का है। एक युवा ब्राह्मण परिवार से निकलकर BJP के टिकट पर खलीलाबाद से विधायक बनना उनकी राजनीतिक समझ और जनता के विश्वास का परिणाम है।
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने क्षेत्र और राज्य की राजनीति में किस तरह की भूमिका निभाते हैं। फिलहाल, अंकुर राज तिवारी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक उभरते हुए और चर्चित युवा नेता के रूप में अपनी जगह बना चुके हैं।








