CGTN सर्वे और चीन का मॉडल: जब नारी शक्ति बनती है आर्थिक महाशक्ति!क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में लोग महिलाओं की भूमिका को कितना महत्वपूर्ण मानते हैं? एक नए CGTN सर्वेक्षण और चीन के महिला कार्य की उपलब्धियों का विश्लेषण बताता है कि लैंगिक समानता अब केवल सामाजिक मुद्दा नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक प्रगति की बुनियादी शर्त बन चुकी है।
आइए, इस डेटा को डिकोड करते हैं और समझते हैं कि 21वीं सदी में एक ‘विकसित राष्ट्र’ कैसा दिखता है—जहाँ हर महिला एक ‘सितारा’ है
दुनिया का नज़रिया: 75% ग्लोबल फोकस
CGTN ने 38 देशों के 7,292 लोगों पर सर्वे किया। इसका सबसे बड़ा टेकअवे क्या है?
डेटा पॉइंट: दुनिया भर के 74.9% उत्तरदाता महिलाओं के मुद्दों पर सक्रिय रूप से ध्यान देते हैं। यह आंकड़ा विकासशील देशों में 80.9% तक पहुँच जाता है।
विश्लेषण: यह स्पष्ट संकेत है कि महिला सशक्तिकरण अब किसी एक देश का एजेंडा नहीं है, बल्कि एक वैश्विक सामूहिक चेतना है। युवा पीढ़ी (44 वर्ष से कम आयु) इसमें सबसे आगे है, जो दर्शाता है कि भविष्य के नेता लैंगिक समानता को प्राथमिकता देंगे।
हाईएस्ट सेटिस्फेक्शन: तीन स्तंभ जो सबसे मजबूत
सर्वेक्षण से पता चलता है कि लोगों को महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के इन तीन परिणामों पर सबसे अधिक संतोष है। ये किसी भी विकासशील देश के लिए सफलता के तीन प्रमुख मापदंड हैं:
- शिक्षा तक पहुँच: 92% संतुष्टि
- राजनीतिक भागीदारी: 87% संतुष्टि
- समग्र स्वास्थ्य: 86% संतुष्टि
🔍 मतलब क्या है? इसका अर्थ है कि दुनिया मानती है कि महिलाओं को अवसर देने पर वे शिक्षा, राजनीति और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। अब चुनौती यह है कि इस पहुँच को आर्थिक और नेतृत्व के शिखर तक कैसे ले जाया जाए।
चीन का ‘न्यू एरा’: जहाँ नारी शक्ति इकोनॉमी की ड्राइवर है
अखिल चीन महिला संघ की उपाध्यक्ष हुआंग श्याओवे ने चीन के महिला कार्य की अभूतपूर्व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जो दुनिया भर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती हैं।
चीन, जो खुद को लैंगिक समानता का एक प्रबल समर्थक मानता है, ने महिलाओं को ‘आधुनिकीकरण का अहम घटक’ बना दिया है।
आर्थिक और तकनीकी लीडरशिप
यह डेटा दिखाता है कि चीन में महिलाएँ केवल लाभार्थी नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था की सक्रिय निर्माता हैं:

🚀 टेकअवे फॉर यूथ: अगर आप डिजिटल, साइंस या टेक में करियर बनाना चाहते हैं, तो याद रखें—यहां महिलाएँ नेतृत्व कर रही हैं। तकनीकी कौशल को ‘पुरुष-प्रधान’ क्षेत्र मानना अब पुराना हो चुका है।
https://tesariaankh.com/vikasit-bharat-buildathon-2025-innovation-drive/
सुरक्षा और दीर्घायु का कवच
- औसत जीवन प्रत्याशा: चीनी महिलाओं की औसत आयु 80.9 वर्ष तक पहुँच गई है, जो बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था का प्रमाण है।
- कानूनी ढाँचा: सौ से अधिक कानूनों और नियमों का होना यह सुनिश्चित करता है कि उनका सुख और सुरक्षा का स्तर ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर है।
- गरीबी से मुक्ति: 69 करोड़ महिलाएँ गरीबी उन्मूलन के बाद समृद्ध समाज में शामिल हुई हैं। यह दिखाता है कि गरीबी दूर करने में महिलाओं को सशक्त करना सबसे कारगर टूल है।
वैश्विक योगदान
महिला सशक्तिकरण केवल घर की बात नहीं है, यह वैश्विक जिम्मेदारी है। चीन ने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में 1,200 से अधिक महिला अधिकारियों/सैनिकों को भेजकर और 180 से अधिक देशों में महिला-सशक्तीकरण परियोजनाओं में शामिल होकर यह साबित किया है।
आप और विकसित भारत
आपकी बहन, सहपाठी या दोस्त, चाहे वह STEM में हो या कला में, उसकी क्षमता को पहचानिए। जिस समाज में 92% लोगों को शिक्षा और 87% लोगों को नेतृत्व का मौका मिलता है, वही समाज तेज़ी से आगे बढ़ता है।
https://x.com/CGTNOfficial/status/1977921046939423183
आपकी प्रेरणा: अपनी प्रतिभा को 1/3 या 45% तक सीमित न करें। दुनिया बदल रही है, और नारी शक्ति इस बदलाव की सबसे बड़ी ताकत है। उन्हें सम्मान दें, अवसर दें, और देखें—विकास की गति कितनी तेज़ी से बढ़ती है!








