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UPSC Pratibha Setu: शीर्ष प्रतिभा को जोड़ने का डिजिटल मंच

UPSC Pratibha Setu: यूपीएससी द्वारा 19-20 जून, 2025 को लॉन्च किया गया ‘प्रतिभा सेतु’ (Pratibha Setu) एक क्रांतिकारी केंद्रीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म है। यह पोर्टल संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं के सभी चरणों में सफल होकर, अंतिम चयन से चूक गए मेधावी उम्मीदवारों की क्षमता का लाभ उठाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पूर्ववर्ती “पब्लिक डिस्क्लोजर स्कीम” (PDS) का एक उन्नत और सशक्त संस्करण है।

UPSC Pratibha Setu: क्या है और यह कैसे काम करता है?

‘प्रतिभा सेतु’ का शाब्दिक अर्थ है “प्रतिभा के लिए पुल”। यह पोर्टल सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs), मंत्रालयों, स्वायत्त निकायों और निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं को सीधे उन 10,000 से अधिक उच्च योग्य व्यक्तियों से जोड़ता है, जिन्हें यूपीएससी ने अपनी कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से सत्यापित किया है।

प्रतिभा सेतु की मुख्य कार्यप्रणाली
उम्मीदवार पूल: सिविल सेवा (CSE), भारतीय वन सेवा, CAPF, इंजीनियरिंग सेवा, भू-वैज्ञानिक, CDS, आदि जैसी विशिष्ट परीक्षाओं के साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन अंतिम चयन से चूक गए उम्मीदवारों का डेटाबेस।
नियोक्ता पंजीकरण: सत्यापित नियोक्ता (सरकारी और निजी) पोर्टल पर पंजीकरण करते हैं।
बायोडेटा ब्राउज़िंग: नियोक्ता इन “लगभग अनुशंसित” और असाधारण रूप से मेधावी उम्मीदवारों के प्रोफाइल और बायोडेटा को सीधे ब्राउज़ कर सकते हैं।
सीधी भर्ती: यह पोर्टल उम्मीदवारों और नियोक्ताओं के बीच पारंपरिक भर्ती बाधाओं को दूर करते हुए सीधी पहुँच और नौकरी की पेशकश की सुविधा प्रदान करता है।

डेटा गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करना

यूपीएससी ‘प्रतिभा सेतु’ की सफलता के लिए उम्मीदवारों के डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता एक महत्वपूर्ण आधारशिला है। आयोग ने इस संबंध में कई कड़े कदम उठाए हैं:

  1. सत्यापित नियोक्ता (Verified Recruiters): केवल सत्यापित और पंजीकृत नियोक्ता ही पोर्टल तक पहुँच सकते हैं। इन नियोक्ताओं की पहचान और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए एक कठोर सत्यापन प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिससे अनधिकृत पहुँच या डेटा के दुरुपयोग की संभावना समाप्त हो जाती है।
  2. उम्मीदवार की सहमति (Candidate Consent): यह पोर्टल पूरी तरह से स्वैच्छिक है। उम्मीदवार स्वेच्छा से यह सहमति देते हैं कि उनका प्रोफ़ाइल डेटा नियोक्ताओं के साथ साझा किया जाए। किसी भी उम्मीदवार की जानकारी उनकी स्पष्ट सहमति के बिना साझा नहीं की जाती है।
  3. सीमित सूचना प्रकटीकरण (Limited Information Disclosure): यूपीएससी केवल वही प्रासंगिक जानकारी (जैसे शैक्षणिक योग्यता, परीक्षा में प्रदर्शन का स्तर और संपर्क विवरण) साझा करता है जो भर्ती के लिए आवश्यक है। संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखा जाता है।
  4. सुरक्षित डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर: पोर्टल एक एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया जाता है, जो नवीनतम साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल का उपयोग करता है। यह डेटा उल्लंघनों और अनधिकृत डेटा निष्कर्षण (extraction) के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

सिविल सेवा उम्मीदवारों के लिए प्रासंगिकता (UPSC CSE संदर्भ)

‘प्रतिभा सेतु’ पोर्टल CSE की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए सरकारी नीतियों और हस्तक्षेपों की गहरी समझ के लिए एक उत्कृष्ट केस स्टडी है, जो सामान्य अध्ययन पेपर-II (शासन) और पेपर-III (आर्थिक विकास) के लिए महत्वपूर्ण है। यह पहल दर्शाती है कि सरकार किस प्रकार प्रौद्योगिकी और नीति का उपयोग करके कुशल मानव पूंजी का अधिकतम उपयोग करती है।

निष्कर्ष:

‘प्रतिभा सेतु’ पोर्टल, सख्त डेटा सुरक्षा उपायों के साथ, यूपीएससी के कठोर मानकों से प्रशिक्षित प्रतिभा के विशाल समूह को राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक प्रगतिशील, विश्वसनीय और पारदर्शी कदम है।

Tesari Aankh
Author: Tesari Aankh

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