Goa Nightclub Fire: उत्तरी गोवा के अर्पोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब में शनिवार देर रात हुए भीषण अग्निकांड में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। हादसा उस समय हुआ जब क्लब में देर रात पार्टी चल रही थी। प्रारंभिक जांच में गैस सिलेंडर ब्लास्ट की आशंका जताई जा रही है, हालांकि आग लगने के अस्पष्ट कारणों की जांच जारी है।
यह घटना पर्यटक-प्रसिद्ध बागा बीच के पास स्थित क्लब में हुई, जहां आग लगने की सूचना 12:04 बजे रात पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस टीम मौके पर रवाना हुई और कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने पुष्टि की है कि सभी शवों को बाहर निकाल लिया गया है।
गोवा पुलिस ने बताया कि मृतकों में 4 पर्यटक, 14 स्टाफ सदस्य शामिल हैं, जबकि 7 शवों की शिनाख्त अभी बाकी है। मरने वालों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। घायल व्यक्तियों का अस्पताल में उपचार जारी है।
FIR दर्ज, मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश
हादसे के बाद कुलपेबल होमिसाइड के तहत FIR दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रात में ही घटनास्थल पहुंच कर समीक्षा की और हादसे की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि फायर सेफ्टी गाइडलाइन का पालन न किया गया था, इसलिए क्लब प्रबंधन और अनुमति देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
सावंत ने बताया—
“अधिकांश मृतक किचन स्टाफ थे। तीन-चार पर्यटक भी जिंदगी गंवा बैठे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषी कोई भी हो, कार्रवाई निश्चित होगी।”
राष्ट्रपति-मुख्यमंत्री ने जताया दुख, PM का मुआवजा ऐलान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया।
PM ने एक्स-पर पोस्ट लिखा—
“गोवा में आग की घटना अत्यंत दुखद है। ईश्वर मृतकों के परिजनों को शक्ति दें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना।”
https://x.com/rashtrapatibhvn/status/1997471705124814999?s=20
प्रधानमंत्री ने पीएमएनआरएफ से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख, जबकि घायलों को ₹50,000 सहायता राशि देने की घोषणा की।
https://x.com/narendramodi/status/1997469221551546479?s=20
क्लबों की सुरक्षा पर उठे सवाल
भाजपा विधायक माइकल लोबो ने कहा कि इस घटना ने पर्यटन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि कई लोगों की मौत बेहद धुएं और दम घुटने से हुई, क्योंकि लोग भगदड़ में बेसमेंट की ओर भागे थे।
“अब राज्य के सभी क्लबों का सेफ्टी ऑडिट जरूरी है। गोवा को सुरक्षित पर्यटन स्थल माना जाता रहा है लेकिन यह घटना चेतावनी है।” – लोबो
देश के प्रमुख अग्निकांड—जिन्होंने सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोली
| वर्ष | स्थान | जनहानि | मुख्य कारण |
|---|---|---|---|
| 1997 | उपहार सिनेमा, दिल्ली | 59 मौतें | शॉर्ट सर्किट, एग्जिट अवरोध |
| 2004 | कुंभकोणम, तमिलनाडु | 94 बच्चे | स्कूल में आग, सुरक्षा कमी |
| 2016 | केरों गांव, कोलकाता अस्पताल | 90+ मौत | अग्निशमन सिस्टम नाकाम |
| 2018 | मुंबई कमला मिल्स | 14 मौतें | रेस्त्रां में फायर सुरक्षा उल्लंघन |
| 2022 | मुंद्रा, गुजरात | 11 मौतें | केमिकल आग |
| 2024* | अर्पोरा, गोवा नाइटक्लब | 25 मौतें | सिलेंडर ब्लास्ट की आशंका, सुरक्षा कमी |
हर बड़े हादसे में एक समान तथ्य—फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी।
गोवा की यह घटना भी इसी प्रवृत्ति का खतरनाक विस्तार मानी जा रही है।
https://tesariaankh.com/dhanbad-kenduadih-toxic-gas-leak-rehabilitation-crisis/
वर्तमान स्थिति
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शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए
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क्लब सील, फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी
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प्रशासन ने अन्य क्लबों की सुरक्षा समीक्षा शुरू की
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मृतकों के परिजनों के लिए सहायता की घोषणा
पर्यटन सीज़न के बीच यह हादसा उद्योग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
जांच रिपोर्ट आने तक कई सवाल बाकी हैं—सिलेंडर ब्लास्ट या तकनीकी खराबी? सुरक्षा ऑडिट कब हुआ? एग्जिट गेट खुला था या नहीं?








