Uttarakhand Foundation Day 2025: उत्तराखंड के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि देश की गौरवशाली आध्यात्मिक-सांस्कृतिक यात्रा में उत्तराखंड का योगदान अतुलनीय रहा है।
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राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, *“राज्य स्थापना की रजत जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर वीर-प्रसवा देवभूमि उत्तराखंड के सभी निवासियों को मैं हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देती हूं। हमारे देश की गौरवशाली आध्यात्मिक-सांस्कृतिक यात्रा में उत्तराखंड के क्षेत्र का योगदान अतुलनीय रहा है। विगत 25 वर्षों के दौरान राज्य के कर्मठ और विनम्र लोगों ने आधुनिक विकास के नए आयाम रचे हैं। मैं उत्तराखंड के सभी निवासियों के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना करती हूं।”
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इस अवसर पर भाजपा सांसद **अनिल बलूनी** ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए राज्य के गौरवशाली इतिहास और आंदोलनकारियों के बलिदान को नमन किया। उन्होंने लिखा, *“आज का दिन उन असंख्य वीरों, माताओं-बहनों और युवाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिनके बलिदान से देवभूमि उत्तराखंड का सपना साकार हुआ। यह भूमि हिमालय की पवित्रता और गंगा-यमुना की निर्मलता का प्रतीक है, जो देश की सीमाओं की प्रहरी भी है।”*
बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री **पुष्कर सिंह धामी** के नेतृत्व में उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने चारधाम ऑलवेदर रोड, रेल कनेक्टिविटी, सीमांत क्षेत्रों के पुनर्निर्माण, पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन को उल्लेखनीय बताया।
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वहीं, उत्तराखंड सरकार की मंत्री रेखा आर्या ने भी सोशल मीडिया पर लिखा, देवभूमि की रजत जयंती के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड में आगमन ऐतिहासिक है। उनके आगमन से राज्य स्थापना का उत्सव और भी भव्य और अविस्मरणीय बनेगा।”
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उत्तराखंड ने वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग होकर एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। आज, 25 वर्षों की इस यात्रा में राज्य ने न केवल विकास के क्षेत्र में प्रगति की है, बल्कि अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपरा को भी जीवंत बनाए रखा है।








